देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
This Mantra is written in the shape of a discussion involving a guru and his disciple. This Mantra is known being The crucial element to some tranquil state of thoughts.
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंडबिहारहरियाणाराजस्थानमहाराष्ट्रगुजरातमध्य प्रदेशझारखंडछत्तीसगढ़दिल्ली एनसीआरपंजाब
मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति तृतीयोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः
श्री सरस्वती अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा॥
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
चाय वाले को बनाया पिता और टेस्ट ड्राइव के बहाने उड़ाई बाइक, आगरा में शातिर चोर का गजब कारनामा बॉलीवुड
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
इसके प्रभाव से जातक उच्चाटन, वशीकरण, मारण, मोहन, स्तम्भन जैसी सिद्धि पाने में सफल होता here है.
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